Thursday, March 24, 2011

हर हर गंगे

कुम्भ स्नान, हरिद्वार 2010

Thursday, February 3, 2011

गणतन्त्र दिवस



गणतन्त्र दिवस पर सचिवालय कालोनी, महानगर लखनऊ में झण्डारोहण बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताएं सम्पन्न, पुरस्कार वितरित।








लखनऊ: दिनांक 26 जनवरी, 2011 को सेक्रेटरियट वेलफयर एसोसिएशन महानगर, लखनऊ के तत्वावधान में प्रातः 09-30 बजे एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह द्वारा कालोनी के अध्यासियों की उपस्थिति में झण्डारोहण किया गया तत्पश्चात सभी ने राष्ट्रगान गाया गया। मिष्ठान वितरण के उपरान्त एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं।


एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं सचिवालय कालोनी, लखनऊ के ‘बी’ पार्क में आयोजित की गईं जिसमें नर्सरी-यूकेजी-एलकेजी के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक दौड़ में प्रथम-अनन्य त्रिपाठी, द्वितीय-फैज तथा तृतीय पुरस्कार अथर्व चौहान को मिला। कक्षा-1 से 3 के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक दौड़ में प्रथम-मनी तिवारी, द्वितीय-शिखर तथा तृतीय पुरस्कार हर्ष को मिला। कक्षा 4 से कक्षा-6 तक के छात्रों की दौड़ में प्रथम-ऋषि तिवारी, द्वितीय-समर्थ प्रधान तथा तृतीय पुरस्कार अनु चौहान को मिला। कक्षा 4 से कक्षा-6 तक की छात्राओं की दौड़ में प्रथम-निशा यादव द्वितीय-भावना श्रीवास्तव तृतीय पुरस्कार छाया यादव को मिला। कक्षा 7 से कक्षा 9 तक के छात्रों की दौड़ में प्रथम-अतुल यादव, द्वितीय-शशांक श्रीवास्तव तथा तृतीय पुरस्कार मो. फुरकान को मिला। कक्षा 7 से कक्षा 9 तक की छात्राओं की दौड़ में प्रथम-ज्योति सिंह, द्वितीय-नीलांशी अग्रवाल तथा तृतीय-वंशिका श्रीवास्तव को मिला।


कुर्सी दौड़ की प्रतियोगिताएं क्लब भवन प्रांगण में आयोजित की गईं जिसमें नर्सरी से कक्षा-2 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक कुर्सी दौड़ में प्रथम पुरस्कार सौम्या, द्वितीय पुरस्कार सौम्या सिंह तथा तृतीय पुरस्कार अदिति ने प्राप्त किया तथा कक्षा-3 से कक्षा-5 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक कुर्सी दौड़ में प्रथम पुरस्कार शिवम कैथल, द्वितीय पुरस्कार ऋषि तिवारी तथा तृतीय पुरस्कार यशांग ने प्राप्त किया। कक्षा-6 से ऊपर की कक्षा के छात्रों की कुर्सी दौड़ में प्रथम पुरस्कार अभिषेक, द्वितीय पुरस्कार प्रशान्त श्रीवास्तव तथा तृतीय पुरस्कार शशांक श्रीवास्तव ने प्राप्त किया। कक्षा-6 से ऊपर की छात्राओं की कुर्सी दौड़ में प्रथम पुरस्कार छाया यादव, द्वितीय पुरस्कार वंशिका तथा तृतीय पुरस्कार ज्योत्सना सिंह ने प्राप्त किया।


सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता क्लब भवन स्थित हॉल में आयोजित की गई जिसमें कक्षा-5 से कक्षा-8 तक छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक परीक्षा में प्रथम स्थान आशीष सिंह, द्वितीय स्थान आयुश त्रिपाठी तथा तृतीय स्थान राजर्षि परमार ने हासिल किया तथा कक्षा-9 से कक्षा-12 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक परीक्षा में प्रथम स्थान प्रतीक त्रिपाठी, द्वितीय स्थान हिमांशु सिंह तथा तृतीय स्थान गौरव ने हासिल किया।


चित्रकला प्रतियोगिता प्रतियोगिता क्लब भवन स्थित हॉल में आयोजित की गई जिसमें नर्सरी से कक्षा-1 तक के छात्र/छात्राओं को ‘घर’ टॉपिक पर चित्र बनाने के लिए दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान सौम्या सिंह, द्वितीय स्थान आकांक्षा तथा तृतीय स्थान प्रकृतिश्री ने प्राप्त किया। कक्षा-2 से कक्षा-5 तक के छात्र/छात्राओं को ‘पुष्प’ टॉपिक पर चित्र बनाने के लिए दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान सूर्यांश सिंह, द्वितीय स्थान ऋषि तिवारी तथा तृतीय स्थान प्राची ने प्राप्त किया। कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के छात्र/छात्राओं को ‘पर्यावरण’ टॉपिक पर चित्र बनाने के लिए दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान छाया यादव, द्वितीय स्थान महिमा सिंह तथा तृतीय स्थान अभिनव सिंह ने प्राप्त किया। कक्षा-9 से ऊपर तक के छात्र/छात्राओं को ‘स्वतन्त्रता संग्राम’ टॉपिक पर चित्र बनाने के लिए दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान शशांक सिंह, द्वितीय स्थान प्रतीक त्रिपाठी तथा शुभम यादव ने प्राप्त किया।


बैडमिन्टन प्रतियोगिता दिनांक 22 एवं 23 जनवरी, 2011 को क्लब भवन स्थित बैडमिन्टन कोर्ट पर आयोजित की गई थी जिसमें 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के छात्रों के एकल मुकाबलों में प्रथम स्थान अनी, द्वितीय स्थान उत्कर्ष तथा तृतीय स्थान शिवम ने प्राप्त किया तथा छात्रों के युगल मुकाबलों में अनी व शुभांश की जोड़ी प्रथम तथा सुधांशु व प्रतीक की जोड़ी द्वितीय स्थान पर रही। 12 वर्ष से कम आयु वर्ग के छात्रों के एकल मुकाबलों में सलिल मिश्रा ने प्रथम व राजन ने द्वितीय स्थान हासिल किया तथा छात्रों के युगल मुकाबलों में शिवम और साहिल की जोड़ी ने प्रथम व अवि और उत्कर्ष की जोड़ी ने द्वितीय स्थान हासिल किया। 10 वर्ष से कम आयु वर्ग के छात्रों के मुकाबलों में प्रथम स्थान मनी, द्वितीय स्थान दिव्यांश तथा तृतीय स्थान लव ने हासिल किया। 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की छात्राओं के एकल मुकाबले में दीप्ति चौहान ने प्रथम तथा कृति सक्सेना ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। छात्राओं के युगल मुकाबले में दीप्ति चौहान तथा कृति सक्सेना को प्रथम स्थान मिला। 12 वर्ष से कम आयु वर्ग की छात्राओं का एकल मुकाबलों में प्रथम स्थान प्राची तथा द्वितीय स्थान सौम्या ने प्राप्त किया।


10-टेन क्रिकेट प्रतियोगिता सचिवालय कालोनी महानगर के ‘बी’ पार्क में आयोजित की गई, जिसमें अभिषेक सिंह चौहान की टीम ने प्रतीक त्रिपाठी की टीम को हराकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। विजेता टीम में कप्तान अभिषेक सिंह चौहान के अतिरिक्त राजकुंवर, अनुपम, रंजन, आशीष, अभिषेक पाण्डेय, अविनाश आयुश, शैलेश, कर्नल, प्रशान्त एवं शिवम थे तथा रनर अप टीम में कप्तान प्रतीक त्रिपाठी के अतिरिक्त हिमांशु सिंह, सुधांशु चित्रांश, आदित्य कृष्णा, सुधांशु सिंह, रोहित रघुवंशी, राहुल चौरसिया, ध्रुव पन्त, अंकुर शर्मा, अभिषेक सिंह, अश्विनी तथा अंकित थे।


उपरोक्त सभी प्रतियोगिताएं सम्पन्न होने के उपरान्त सभी विजेताओं को पुरस्कार श्री मुनीन्द्र कुमार सिंह, श्री बलवीर सिंह, श्री विजय कुमार, श्री राजेश अग्रवाल, श्री उदय प्रताप सिंह, श्री शत्रुहन लाल, श्री रामजनम चौहान द्वारा प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त उपस्थित हुए सभी छात्र/छात्राओं को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारिणी सदस्य श्री मानस मुकुल त्रिपाठी द्वारा किया गया।



कार्यकारिणी सचिव श्री देवेन्द्र सिंह चौहान ने पधारने वाले सभी अध्यासियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विशेष रूप से सहयोग करने के लिए श्री उदय प्रताप सिंह, श्री विजय कुमार श्रीवास्तव, आशीष कुमार सिंह, श्री हरिचन्द्र का आभार प्रकट किया।

Sunday, August 15, 2010

भारत की स्वतंत्रता की ६३वी वर्षगांठ

आज दिनांक 15 अगस्त, 2010 को भारत की स्वतन्त्रता की 63वीं सालगिरह के अवसर पर महानगर, लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश सचिवालय कालोनी में सेक्रेटरियेट एवेन्यू वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान अध्यासियों एवं उनके बच्चों के साथ विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं एवं रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए और बड़ी धूम-धाम से मनाई गई। सर्वप्रथम प्रातः काल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह द्वारा झण्डारोहण किया गया तथा समस्त अध्यासियों के साथ ‘‘जन गण मन......’’ का गायन किया गया। तत्पश्चात् सभी लोगों के बीच मिष्ठान्न वितरण किया गया और अध्यासियों के बच्चों के बीच एथलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें निम्नलिखित बच्चों ने अपनी-अपनी प्रतिभा दिखाईः- एथलेटिक्स की समस्त प्रतियोगिताएं सेक्रेटरियेट एवेन्यू पार्क में आयोजित की गईं जिनमें से नर्सरी से कक्षा-2 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक दौड़ में प्रथम स्थान मनी तिवारी, द्वितीय स्थान शारिक एवं तृतीय स्थान शिवम ने प्राप्त किया। कक्षा-3 से कक्षा-5 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक दौड़ में प्रथम स्थान ऋषि तिवारी, द्वितीय स्थान सूर्यांश सिंह एवं तृतीय शिवम् कैथल ने प्राप्त किया। कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के छात्रों की दौड़ में प्रथम स्थान अतुल, द्वितीय स्थान मो.फुरकान तथा तृतीय शान्तनु पाण्डेय ने प्राप्त किया। कक्षा-6 से कक्षा-8 तक छात्राओं की दौड़ में प्रथम कुमारी भावना द्वितीय कु. निष्ठा यादव तृतीय स्थान कुमारी अंशिता श्रीवास्तव ने प्राप्त किया। कक्षा-9 से ऊपर छात्रों की दौड़ में प्रथम स्थान अश्वनी कुमार, द्वितीय स्थान अभिषेक सिंह चौहान एवं तृतीय स्थान प्रतीक त्रिपाठी ने प्राप्त किया। कुर्सी दौड़ की समस्त प्रतियोगिताएं क्लब भवन में आयोजित की गईं जिनमें नर्सरी से कक्षा-2 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक कुर्सी दौड़ में प्रथम स्थान आयुष कुमार, द्वितीय स्थान जतिन काण्डपाल तथा तृतीय स्थान मनी तिवारी ने प्राप्त किया। कक्षा-3 से कक्षा-6 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक कुर्सी दौड़ में प्रथम समर्थ प्रधान द्वितीय सूर्यांश सिंह तृतीय शिवम् कैथल ने प्राप्त किया। कक्षा-7 से ऊपर के छात्रों की कुर्सी दौड़ में प्रथम प्रशान्त श्रीवास्तव, द्वितीय स्थान शान्तनु पाण्डेय तथा तृतीय साहिल ने प्राप्त किया। कक्षा-7 से ऊपर की छात्राओं की कुर्सी दौड़ में प्रथम कुमारी दीप्ति चौहान, द्वितीय कुमारी नीलाक्षी तृतीय कुमारी महिमा ने प्राप्त किया।चित्रकला की प्रतियागिता क्लब भवन में आयोजित की गईं जिनमें नर्सरी से कक्षा-2 तक के छात्र एवं छात्राओं को ‘‘स्वतंत्रता दिवस समारोह’’ के दृश्य पर चित्र बनाने हेतु दिया गया और यशांश सिंह ने प्रथम स्थान, सारिक ने द्वितीय स्थान तथा लव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा-3 से कक्षा-8 तक के छात्र एवं छात्राओं को ‘‘हमारा पर्यावरण’’ विषय पर बनाई गई पेन्टिंग में प्रथम स्थान सूर्यांश सिंह, द्वितीय स्थान कुमारी अंशिता श्रीवास्तव तथा तृतीय स्थान शिखर सिंह ने प्राप्त किया। कक्षा-9 से ऊपर के छात्र एवं छात्राओं को ‘‘जय जवान जय किसान’’ विषय चित्र बनाने हेतु दिया गया जिसमें प्रथम स्थान गौरव जायसवाल, द्वितीय स्थान कुमारी अर्पणा तथा तृतीय स्थान कुमारी शुभ्रा सिंह ने प्राप्त किया।क्लब भवन के हॉल में सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें कक्षा-8 तक के छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान लक्ष्य चावला, द्वितीय स्थान सलिल मिश्रा तथा तृतीय स्थान कुमारी महिमा सिंह ने प्राप्त किया। कक्षा-9 से कक्षा-12 तक छात्र एवं छात्राओं की सामूहिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अश्विनी कुमार, द्वितीय स्थान वसुन्धरा तथा तृतीय प्रतीक त्रिपाठी ने प्राप्त किया। उपरोक्त प्रतियोगिताओं के अतिरिक्त एसोसिएशन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योग्यता प्रदर्शित करने एवं हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण करने वाले अध्यासियों के प्रतिभावान बालक एवं बालिकाओं को भी पुरस्कृत किया गया। जिसमें इण्टरमीडिएट के राहुल रावत पुत्र श्री संतोष कुमार रावत ने आईसीएसई बोर्ड में 92.25 प्रतिशत,कु. शेफाली दीक्षित पुत्री श्री राजेश कुमार दीक्षित ने आईसीएसई बोर्ड में 80.33 प्रतिशत तथा कु. अर्चना रंजन पुत्री श्री अनन्त राम ने उ.प्र. बोर्ड में 73 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। हाईस्कूल के ऋषभ परमार पुत्र श्री नीलेश कुमार सिंह ने आईसीएसई बोर्ड में 93.8 प्रतिशत, अभिषेक सिंह चौहान पुत्र श्री देवेन्द्र सिंह चौहान ने आईसीएसई बोर्ड में 92.4 प्रतिशत, रचित सक्सेना श्री संतोष कुमार सक्सेना ने आईसीएसई बोर्ड में 92 प्रतिशत, कु. पूजा द्विवेदी श्री योगेन्द्र प्रसाद दुबे ने सीबीएसई बोर्ड में 91.3 प्रतिशत, अभिनव कुमार यादव श्री अजय कुमार यादव ने सीबीएसई बोर्ड में 91.2 प्रतिशत, कु.निकिता चौधरी श्री अमर सिंह ने सीबीएसई बोर्ड में 89.3 प्रतिशत, कु. वसुन्धरा श्री राजकुमार ने सीबीएसई बोर्ड में 87.4 प्रतिशत, कु. श्रेष्ठा जायसवाल श्री सुभाष चन्द्र ने आईसीएसई बोर्ड में 87 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। कार्यक्रम के सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में कालोनी अध्यासियों द्वारा अपना बहुमूल्य समय एवं सहयोग प्रदान किया गया। इनमें से श्री विजय कुमार, श्री सईदुल हसन, श्री नीलेश कुमार सिंह, श्री अरविन्द कुमार सिंह, श्री उदय प्रताप सिंह, श्री चन्द्रशेखर जोशी, श्री काशीनाथ तिवारी, श्री आर.के. कैथल, श्री राजेन्द्र कुमार, श्री विनोद कुमार तिवारी एवं कार्यकारिणी के सदस्य श्री मानस मुकुल त्रिपाठी एवं श्री अजय सिंह द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह तथा संचालन सचिव, श्री देवेन्द्र सिंह चौहान द्वारा किया गया।

Monday, October 12, 2009

आचार्य कुंवर चंद्रप्रकाश सिंह जन्मशती वर्ष समारोह लखनऊमें

भारत भारती पुरस्कार विजेता आचार्य कुंवर चंद्र प्रकाश सिंह के जन्मशती वर्ष समारोह ९ अक्टूबर २००९ से २२ अक्टूबर २०१० तक का उद्घाटन दिनांक ०९ अक्टूबर २००९ को मालवीय सभागार, लखनऊ विश्वविद्यालय में किया गया! इस जन्मशती वर्ष में वर्ष भर देश के विभिन्न शहरों में राष्ट्रिय संगोष्ठियाँ आयोजित की जावेंगी!


आचार्य कुंवर चंद्रप्रकाश सिंह जन्मशती वर्ष समारोह दिनांक ९ अक्टूबर १००९ से २२ अक्टूबर २०१० के अवसर पर आचार्य कुंवर चंद्रप्रकाश सिंह के सम्बन्ध में मैं हिन्दी प्रेमियों को सूचित कराने के द्रष्टिगत कुछ सामग्री उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विषय में उपलब्ध करा रहा हूँ!

Monday, June 15, 2009

अमरनाथ धाम यात्रा २००७


मेरी अमरनाथ धाम यात्रा वर्ष २००७



सायंकाल शेषनाग तक की यात्रा पूरी करने के बाद कुछ राहत की साँस! चलो रात्रि विश्राम कर दिन भर की थकान मिटाने का अवसर मिला है!





माता खीर भवानी के मन्दिर में




अमरनाथ धाम की यात्रा का रूट मैप






























जम्मू धरम शाला में खाना खाने के बाद आइसक्रीम का आनंद लेते हुए!

दूसरे दिन सायंकाल अमरनाथ तक की यात्रा पूरी करने के बाद ठंडे ठंडे पानी में नहाने के रोमांच के बाद थकान मिट गई और भगवान अमरनाथ के दर्शनों के लिए सभी लोग तैयार!
दूसरे दिन सायंकाल अमरनाथ तक की यात्रा पूरी करने के बाद ठंडे ठंडे पानी में नहाने के रोमांच के बाद थकान मिट गई और भगवान अमरनाथ के दर्शनों के लिए सभी लोग तैयार!
सायंकाल शेषनाग तक की यात्रा पूरी करने के बाद कुछ राहत की साँस! चलो रात्रि विश्राम कर दिन भर की थकान मिटाने का अवसर मिला है!
सायंकाल शेषनाग तक की यात्रा पूरी करने के बाद कुछ राहत की साँस! चलो रात्रि विश्राम कर दिन भर की थकान मिटाने का अवसर मिला है!


सायंकाल शेषनाग तक की यात्रा पूरी करने के बाद कुछ राहत की साँस! चलो रात्रि विश्राम कर दिन भर की थकान मिटाने का अवसर मिला है!



Sunday, May 17, 2009

महाराणा प्रताप की जयंती


!! लखनऊ में महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई !!


दिनांक 09 में, 2009 को हुसैनगंज चौराहे पर स्थापित देश के वीर सपूत महाराणा प्रताप की मूर्ति पर क्षत्रिय समाज के लोगों ने माल्यार्पण कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया!
उनके बारे में एक परिचय :-
मेवाड वीर सपूत महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को हुआ। वे उदयपुर उदयपुर
, मेवाड में शिशोदिया राजवंश" के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिये अमर है। उस समय ज्येष्ठ शुक्ला तीज संवत् 1597 का समय मुगलों का आंतक व अत्याचारों का युग चल रहा था।

चारों तरफ मेवाड में मानवता रो रही थी। लोग अपने-अपने धर्म व कर्म से हताश हो गए थे, चारों ओर घोर अंधकार और निराशा के बादल छा चुके थे। बडे-बडे शक्तिशाली राजा-महाराजाओं तक ने उस समय के मुगल शासकों की अधीनता स्वीकार कर ली थी। जन-जन को निराशा हो चुकी थी मूक रूप से जन-जन अपने जीवन रक्षक से रक्षा की आशाएं संजोये बैठे हुए देख रहे थे। ऐसे विकट दासता के समय में जन-जन में चेतना जाग्रत करने व वीरता की भावना भरने तथा मेवाड भूमि की रक्षा करने के लिए परमात्मा ने इस वीरभूमि एक देशभक्त सपूत दिया जिसका नाम था। महाराणा प्रताप मेवाड भूमि का कौन जन तानता था कि आगे चलकर यही वीर सपूत प्रताप मेवाड की स्वतंत्रता का अग्रदूत बनकर मेवाड की रक्षा व मान-सम्मान बनाये रखने के लिये जंगलों की राहों में घुमता फिरेगा। इसके जन्म पर ऐसा प्रतीत हुआ मानों सृष्टि सरोवर में मानवता का शतदल खिल उठा हो, मानो पीडित, उपेक्षित, दासता वद्व जन-जन की निराशा आशा का सम्बल पा गई हो। पहली सन्तान होने के कारण उदयसिंह ने उसके बडे लाड प्यार से पाल पोषकर बडा किया तथा माता-पिता द्वारा इसको वीरता की शिक्षा मिली। बचपन में ही इसको अस्त्रों-शस्त्रों से खेलने तथा शिकार करने का बडा शौक था। इन पर मेवाड की जनता अपना बलिदान दकने तथा सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर थी अपने पिता की मृत्यु के बाद मेवाड राज्य का उत्तराधिकारी होकर इन्होंने राजसिंहासन सुशोभित किया। इस समय दिल्ली में सम्राट अकबर राज्य कर रहा था। वह सभी राजा महाराजाओं के राज्यों को अपने अधीन करके पूरे भारत पर मुगल साम्राज्य का ध्वज फहराना चाहता था। परन्तु इस देशभक्त वीर ने मेवाड भूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। अपने को तथा अपने पूरे परिवार को जंगल में भटकते रहने को मजबूर कर संकट झोलकर भी अकबर की अधीनता सम्बन्धी बातों को कभी स्वीकार नहीं किया और समय-समय पर मुगल सेना व मुगलशासकों से लोहा लेते रहे। मुगलों को लोहे के चने चबवाते रहे। परन्तु मेवाड भूमि के एक भी कण को गुलामी की जंजीरों में जकडने नहीं दिया। इन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक मेवाड आजाद नहीं होगा, तब तक महलो को छोडकर जंगलों में निवास करूंगा। सोने के पलंग को छोडकर तृण शैया पर शयन करूंगा। स्वादिष्ट भोजन को त्यागकर जंगली कन्द मूलों का आहार ग्रहण करूंगा। चांदी के बरतनों को छोडकर वृक्षों की पत्तियों से बनी पत्तलों में भोजन करूंगा। परन्तु जीते जी अकबर की अधीनता को स्वीकार नहीं करूंगा और अपने प्रण की प्रतिज्ञा का पालन करता रहूंगा। अकबर तथा महाराणा प्रताप के बीच 1576 में हल्दीघाटी नामक स्थान पर युद्ध हुआ वह अविस्मरणीय है। इस युद्ध में प्रताप ने अपनी वीरता से शत्रु सेना के दांत खट्टे कर दिए तथा अपनी वीरता का अपूर्व व अनोखा परिचय दिया। सैकडों मुगल सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। परन्तु भाग्य की विडम्बना इस युद्ध का कोई परिणाम न निकल सका। उसके कारण इनके मन मेंनिराश की भावना जाग्रत हो गई और धन के अभाव के कारण चिंतित होने लगे। ऐसे समय में भामाशाह ने अपना धन देकर इनको सहायता देकर अपना नाम भामाशाह दानी बनाया। इस तरह महाराणा प्रताप अपने सम्पूर्ण जीवन को संघर्ष में बिताकर मुसीबतों का सामना करके संकटों को झेलते रहे, लेकिन अन्याय के पथ पर कभी आगे नहीं बढे।

जिस तरह महाराणा प्रताप ने अपने देश की आन-बान-मान आदि की रक्षा के लिए अपने पूरे जीवन को बलिदान कर दिया, उसी तरह हम भी अपने देश की रक्षा तथा सुरक्षा के लिये बलिदान व त्याग की भावना अपनावे।

Thursday, May 14, 2009

चिड़िया घर की सैर

लखनऊ का चिड़िया घर


जैसे ही आप गेट के अन्दर जाने लगेंगे वहाँ पर मुस्तैद पुरूष एवं महिलाओं की एक ब्रिगेड मिलेगी जो आपके सामान की सघन तलाशी लेगी और प्लास्टिक के बैग आपसे लेकर आपको कागज़ के बैग मुहैया कराएगी! कयोंकि प्लास्टिक के बैग हमारे, आपके और पर्यावरण के दुश्मन हैं, जिन्हें खाकर आवारा पशु अक्सर बीमारी का शिकार होते रहते हैं!

गेट के अन्दर जाते ही सबसे पहले मिलती है बच्चों की मनपसंद सवारी "बाल ट्रेन" और जिसकी सवारी के बिना तो बच्चे टस से मस नही हो सकते हैं हों भी क्यों इसकी सवारी है ही इतनी रोमांचक की बच्चे तो बच्चे बड़े बड़े भी इसकी सवारी कराने से नही चूकते हैं! यह ट्रेन पूरे चिडियाघर की सैर कराती है और आप बैठे बैठे पूरा का पूरा चिडियाघर gहूम सकते हैं वह भी बिना थके!









लेकिन बिना नज़दीक से देखे बच्चे कहीं मानने वाले थे, सो बाल ट्रेन के बाद शुरू हुआ पैदल का सफर!
सारा चिडियाघर पैदल घूमा गया और जगह जगह पर फोटो भी मोबाइल से खिचे गए!

यह रहा बैटमैन हाउस
बोटिंग का मज़ा अगर न लिया तो चिडियाघर की सैर अधोरी रह जाएगी
तो दोस्तों कैसी रही चिडियाघर की सैर ? वैसे यह सब प्रयास बच्चों का ही है मोबाइल से फोटो भी उनके द्वारा ही लिए गए!
कुछ फोटो ख़राब हो गए थे इस कारन नही दिए गए! हां बच्चो का पूरा फोकस वे ख़ुद ही रहना चाहते थे सो हर फोटो में वे मौजूद हैं!

Tuesday, May 12, 2009

बिजली चोरी : देश से गद्दारी

बिजली चोरी हमारे देश की एक आम समस्या बन चुकी है और इसके कारण भी हम ही हैं और इसके दुष्परिणामो के भुक्तभोगी भी हम ही हैं ! सामान्य लोग कटिया डालकर और उद्योगपति बिजली विभाग के साथ मिलकर करोड़ों रुपयों की बिजली चोरी नियमित रूप से कर देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं! बिजली विभाग से बिजली चोर ज़्यादा सक्रिय हैं इसलिए बिजली चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है और देश में बिजली की किल्लत भी बढ़ती ही जा रही है!
बिजली चोरी देश को दीमक की तरह खा रही बिजली चोरी कई तरीकों से हो रही है जो निम्न प्रकार से हैं :-
(१) घरों में बिजली चोरी-
मैंने जहाँ तक देखा और सुना है सभ्रांत परिवारों द्बारा भी बिजली की चोरी जाती है! चोर तो चोरी करते ही हैं! लोग अपने कुछ रुपये बचने के लिए देश के विकास से गद्दारी कर रहे हैं! उन्हें अहसास ही नही होता है की वे इस चोरी से अपनी ही नही अपने बच्चों की नज़रों के सामने भी सर उठाकर यह नही कह सकते हैं कि वे ईमानदार हैं ! ऐसे लोग अपने बच्चों को अच्छे संस्कार कभी नही दे सकते हैं !
(२) कारखानों में बिजली चोरी-
देश में स्थापित अनेकों बड़े, लघु व् छोटे कारखानों द्वारा बिजली विभाग के लोगों के साथ मिलकर व्यापक पैमाने पर बिजली कि चोरी कि जाती है! जिसका खामियाजा उस क्षेत्र कि जनता को बिजली कटौती के रूप भुगतना पड़ता है!
(३) शादियों / धार्मिक समारोहों में बिजली चोरी-
शादियों / धार्मिक समारोहों में बिजली चोरी करना तो जैसे लोगों का जनम सिद्ध अधिकार होता है! इस कार्य में बिजली वालों की कोई रोक-टोक नहीं होती है!
(४) मज़बूरी में की गई बिजली चोरी - कभी कभी कुछ जाते हैं मज़बूरी भी होती है क्योंकि बिजली विभाग के अभियंताओं द्वारा उत्कोच न मिलने पर बिजली का कनेक्शन मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है! ऐसी स्थिति में कुछ कनेक्शन लाइनमैन से मिलकर अवैध रूप से कनेक्शन न मिलने की मज़बूरी में चलाये जा रहे हैं!
(५) बिजली विभाग के कर्मचारिओं/अधिकारिओं की मिलीभगत से बिजली चोरी-
कुछ लोग बहुत ही उस्ताद होते हैं और बिना कनेक्शन के ही बिजली जलाने में विश्वास रखते हैं! ऐसे लोग जब तक बिजली मुफ्त में जलाने को मिलती रहती है तभी तक उस मकान में रहते हैं उसके बाद उस मकान को छोड़कर दुसरे मकान में चले जाते हैं! पर वैध कनेक्शन कभी नहीं लेते हैं!
(६) बिजली विभाग के कर्मचारिओं/अधिकारिओं की लापरवाही के कारण बिजली चोरी-
बिजली विभाग की अनदेखी उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। विभागीय साठगांठ से कटिया डालकर चोरी की जा रही है। ओवर लोड के कारण नगर में रोजाना फाल्ट होते रहते हैं। विभागीय उच्चाधिकारियों की अनदेखी का खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ता है!
गौरतलब है कि सारे देश में शहर और गाव के मोहल्ले के मोहल्ले कटिया डालकर धड़ल्ले से बिजली चोरी की जा रही है! खुलेआम तार डालकर लोग बिजली चोरी कर रहे है!

इस ब्लाग को पढ़ने वालों से मेरा अनुरोध है की कृपया कम से कम आप लोग अपने अपने बिजली कनेक्शन को विधिसम्मत करवा लें और देश की तरक्की में अपना योगदान दें! क्योंकि जब जागो तभी सबेरा!
"ध्यान रखें बिजली की बचत भी बिजली का उत्पादन है!"